एक कहानी बताता हु ये करीब ३ साल पुरानी है मेरे घर के पीछे वाली गली
में वो रहती थी उसका नाम मीनू था मैंने वैसे कभी उस पर ध्यान नही दिया था
मेरे एक दोस्त ने बताया की वो उसे पटा चुका है
उसके ये बताने के बाद पहली बार मेरा ध्यान उस लड़की पर गया यकीं मनो वो वाकई
कयामत थी मेरा मुड़ बस अब किसी तरह उसको पटाने का था उसकी उम्र करीब १७-१८ की
होगी उसका फिगर मस्त भरा हुआ था मैंने उससे धीरे-२ मेल-जोल बढ़ाना शुरू किया
लेकिन शुरुवात में मुजहे कोई रेस्पोंस नही मिला अब मई ये मन चुका था की वो
मुघसे नही पटेगी
ये बात मैंने अपने दोस्त को बताई उसने कहा की तू फालतू की मेहनत कर रहा है
अगर दम हा तो एक दिन अकेले पाकर डैरेक्ट प्रपोस मर देना वो मन नही करेगी उसने
मुजहे बताया की उसको पहले भी कई लोग पटा चुके है मेरे दोस्त ने भी उसके साथ
सेक्स किया था लेकिन कभी पुरा सफल नही हो पाया ३-४ बार ऊपर तक ही रहा
अब मुघ्मे काफी हिम्मत आ चुकी थी मैंने एक दिन मौका पाकर उस से बात की मैंने
उसे प्रपोसे कर दिया लेकिन वो बिना कोई उत्तर दिए जाने लगी मैंने उसका हाथ
पकड लिया मैंने उस से फ़िर पुचा लेकिन उसने बादमे उत्तर दूंगी बोलो मई संघ
चुका था की मेरा दोस्त सही है ये आराम से पट जायेगी कुछ दिन बाद वो मुजहे
रस्ते में मिली मैंने उस से फ़िर पूछा उसका जवाब हा था मई बहुत कुश था क्योकि
अब उसके सात सेक्स करने का सपना पुरा होने वाला था हमारे मिलने का दौर शुरू
हो चुका था लेकिन कामयाबी हाथ नही लगी थी कोई रूम या घर ही खली नही मिल रहा
था मेरा घर में भी हमेशा कोई न कोई रहता था कुछ दिन बाद मेरे बगल में हमारा
न्य घर बन न शुरू हुआ ५-६ महीने बाद जब घर लगभग बन चुका था मैंने उसर सुबह ५
बजे वह बुलाया वो ले देकर तैय्यार हो गयी मई सुबह का इंतजार करने लगा सुबह
५:१५ को वो आई मैनेउसे नए घर में ले गया
कुछ देर बात करनेके बाद मैंने अपना हाथ उसके बूब्स पे रखा पहली बार ये अनुभव
था मेरे लिए था उसने अपनी आँख बंद कर ली मेरा लौड़ा एकदम खड़ा हो गया मैंने
उसके बूब्स को दबाना शुरू किया मैंने अब अपने होठ उसके होठ पर रख दिए क्या
गर्मी थी उसके जिस्म में धीरे-२ मैंने उसके सलवार को उअप्र किया व् उअसके
नाभि को चूमने लगा वो अब मस्त हो चुकी थि उसके मुह से सिसकिया निकल रही थि
जिस से मई और जोश में आ गया था ये सिलसिला करीब १५-२० मिनट तक चला मुजहे लगा
की मेरे घर वाले का उठने का समय हो गया है मैंने उसे जाने को खा मई ये कह तो
रहा था पर मई ही जनता था की मई क्या खो रहा हु एस तरह उअपर से मैंने उसके साथ
५-६बर सेक्स किया लिकिन मई भी अपनी दोस्त कीतरह कामयाब नही हो पाया था कुछ दी
बाद मेरा घर खली हो गया सभी लोग मेरे चाचा के लड़के की शादी में गये थे जन
मुजहे भी था पर मेरे टैक्स अस्सिटेंट का पेपर था मौका अच्छा था मेरे परिवार
वालो कीऐ जाने के बाद मैंने उसे घर बुलाया उसकी सेक्स्की भूख मेरी जितनी बढ़
चुकी थि वो तैयार हीओ गई और दुसरे दिन लगभग ११ बजे वो आई मैंने उसे अन्दर
बुलाया
हम दोनों का किस करने का सिल सिला शुरू हो गया मई उसके बूब्स को दबाने लगा वो
मजा ले रही थि उसके मुह से आह आह की आवाजे आ रही थि मैंने उसके सलवार के
अन्दर हाथ डालकर उअसके ब्रा के हुक खोल दिए और उसे सलवार निकलने को खा कुछ
शर्माने की बदुसने सलवार निकल दिया अब वो मेरे सामने आधी नंगी थि मैंने भी
अपना टी-शर्त उतर दिया मई जिम जाता हु इसलिए मेरी बोडी काफी अच्छी है उसने
मेरा चेस्ट देखा कर कहा कितना चौडा सरीर है तुम्हारा अब मई उसके बूब्स को
पागलो की तरह चूस रहा था वो भी मुजहे किस कर रही थि कभी गले में तो कभी छाती
पर कुछ देर बाद मने उसका नाडा खोल दिया व् उसके चुत के बालो से खेलने लगा वो
पुरी गरम हो चुकी थि मैंने अपनी ऊँगली उसके चुत के अन्दर करने लगा वो
आःह्ह्ह्ह्ह्छ आः की अवजे निकलने लगी अब मैंने अपने लैंड लो पेंट से आजाद कर
दिया
मेरा लैंड अब पुरी उफान में था मैंने अपना लैंड उसकी चुत पर रख कर रगड़ने लगा
वो अब तदपने लगी थि मई उसके बूब्स के साथ खेल रहा था और लगातार उसके गले
बूब्स औए होठ पर किस कर रहा था अब धीरे से मैंने अपना लंड उसके चुत के उंदर
डालना शुरू किया उसे काफी दर्द हो रहा था मेरा भी यह पहला अनुभव था धीरे-२ कर
मैंने अपना लंड ४ इंच अन्दर दल दिया वो चिल्लाने लगी मैंने उसके होठो को कास
कर अपने होठो में दबा लिया और उसके बूब्स को मसलने लगा अब वो रिलेक्स फिल कर
रही थि अब्मैने फ़िर से अन्दर डालना शुरू किया व् एक घटके में अन्दर कर दिया
मुजहे तो जन्नत मिल गया थि वो अब भी दर्द से करा रही थि मैंने अपना लंड
अन्दार्बह्र करना शुरू किया कुछ देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी अब कमरा फच
फच की आवाज से गूंज रहा था वो अपने चुतद उठा -२ के मेरा साथ दे रही थि हम
दोनों एसी ओं होने के बावजूद पसीना पसीना होगये थे उसके मुह से
आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़
उह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्छ की अवजे मेरे अन्दर और जोश भर रही थि मेरी र्फ्तात तेज हो
गयी थि २०-२५ मिनट के बाद मै घड गया हम दोनों अब भी एक दुसरे से चिपके हुए थे
कुछ समय बाद हम दोनों बाथरूम, जाकर साथ नहाये व् फी वह सेक्स किया उसके बाद
वो अपने घर चली गई अब ये सिलसिला महीने में ३-४बर तो चलता है
में वो रहती थी उसका नाम मीनू था मैंने वैसे कभी उस पर ध्यान नही दिया था
मेरे एक दोस्त ने बताया की वो उसे पटा चुका है
उसके ये बताने के बाद पहली बार मेरा ध्यान उस लड़की पर गया यकीं मनो वो वाकई
कयामत थी मेरा मुड़ बस अब किसी तरह उसको पटाने का था उसकी उम्र करीब १७-१८ की
होगी उसका फिगर मस्त भरा हुआ था मैंने उससे धीरे-२ मेल-जोल बढ़ाना शुरू किया
लेकिन शुरुवात में मुजहे कोई रेस्पोंस नही मिला अब मई ये मन चुका था की वो
मुघसे नही पटेगी
ये बात मैंने अपने दोस्त को बताई उसने कहा की तू फालतू की मेहनत कर रहा है
अगर दम हा तो एक दिन अकेले पाकर डैरेक्ट प्रपोस मर देना वो मन नही करेगी उसने
मुजहे बताया की उसको पहले भी कई लोग पटा चुके है मेरे दोस्त ने भी उसके साथ
सेक्स किया था लेकिन कभी पुरा सफल नही हो पाया ३-४ बार ऊपर तक ही रहा
अब मुघ्मे काफी हिम्मत आ चुकी थी मैंने एक दिन मौका पाकर उस से बात की मैंने
उसे प्रपोसे कर दिया लेकिन वो बिना कोई उत्तर दिए जाने लगी मैंने उसका हाथ
पकड लिया मैंने उस से फ़िर पुचा लेकिन उसने बादमे उत्तर दूंगी बोलो मई संघ
चुका था की मेरा दोस्त सही है ये आराम से पट जायेगी कुछ दिन बाद वो मुजहे
रस्ते में मिली मैंने उस से फ़िर पूछा उसका जवाब हा था मई बहुत कुश था क्योकि
अब उसके सात सेक्स करने का सपना पुरा होने वाला था हमारे मिलने का दौर शुरू
हो चुका था लेकिन कामयाबी हाथ नही लगी थी कोई रूम या घर ही खली नही मिल रहा
था मेरा घर में भी हमेशा कोई न कोई रहता था कुछ दिन बाद मेरे बगल में हमारा
न्य घर बन न शुरू हुआ ५-६ महीने बाद जब घर लगभग बन चुका था मैंने उसर सुबह ५
बजे वह बुलाया वो ले देकर तैय्यार हो गयी मई सुबह का इंतजार करने लगा सुबह
५:१५ को वो आई मैनेउसे नए घर में ले गया
कुछ देर बात करनेके बाद मैंने अपना हाथ उसके बूब्स पे रखा पहली बार ये अनुभव
था मेरे लिए था उसने अपनी आँख बंद कर ली मेरा लौड़ा एकदम खड़ा हो गया मैंने
उसके बूब्स को दबाना शुरू किया मैंने अब अपने होठ उसके होठ पर रख दिए क्या
गर्मी थी उसके जिस्म में धीरे-२ मैंने उसके सलवार को उअप्र किया व् उअसके
नाभि को चूमने लगा वो अब मस्त हो चुकी थि उसके मुह से सिसकिया निकल रही थि
जिस से मई और जोश में आ गया था ये सिलसिला करीब १५-२० मिनट तक चला मुजहे लगा
की मेरे घर वाले का उठने का समय हो गया है मैंने उसे जाने को खा मई ये कह तो
रहा था पर मई ही जनता था की मई क्या खो रहा हु एस तरह उअपर से मैंने उसके साथ
५-६बर सेक्स किया लिकिन मई भी अपनी दोस्त कीतरह कामयाब नही हो पाया था कुछ दी
बाद मेरा घर खली हो गया सभी लोग मेरे चाचा के लड़के की शादी में गये थे जन
मुजहे भी था पर मेरे टैक्स अस्सिटेंट का पेपर था मौका अच्छा था मेरे परिवार
वालो कीऐ जाने के बाद मैंने उसे घर बुलाया उसकी सेक्स्की भूख मेरी जितनी बढ़
चुकी थि वो तैयार हीओ गई और दुसरे दिन लगभग ११ बजे वो आई मैंने उसे अन्दर
बुलाया
हम दोनों का किस करने का सिल सिला शुरू हो गया मई उसके बूब्स को दबाने लगा वो
मजा ले रही थि उसके मुह से आह आह की आवाजे आ रही थि मैंने उसके सलवार के
अन्दर हाथ डालकर उअसके ब्रा के हुक खोल दिए और उसे सलवार निकलने को खा कुछ
शर्माने की बदुसने सलवार निकल दिया अब वो मेरे सामने आधी नंगी थि मैंने भी
अपना टी-शर्त उतर दिया मई जिम जाता हु इसलिए मेरी बोडी काफी अच्छी है उसने
मेरा चेस्ट देखा कर कहा कितना चौडा सरीर है तुम्हारा अब मई उसके बूब्स को
पागलो की तरह चूस रहा था वो भी मुजहे किस कर रही थि कभी गले में तो कभी छाती
पर कुछ देर बाद मने उसका नाडा खोल दिया व् उसके चुत के बालो से खेलने लगा वो
पुरी गरम हो चुकी थि मैंने अपनी ऊँगली उसके चुत के अन्दर करने लगा वो
आःह्ह्ह्ह्ह्छ आः की अवजे निकलने लगी अब मैंने अपने लैंड लो पेंट से आजाद कर
दिया
मेरा लैंड अब पुरी उफान में था मैंने अपना लैंड उसकी चुत पर रख कर रगड़ने लगा
वो अब तदपने लगी थि मई उसके बूब्स के साथ खेल रहा था और लगातार उसके गले
बूब्स औए होठ पर किस कर रहा था अब धीरे से मैंने अपना लंड उसके चुत के उंदर
डालना शुरू किया उसे काफी दर्द हो रहा था मेरा भी यह पहला अनुभव था धीरे-२ कर
मैंने अपना लंड ४ इंच अन्दर दल दिया वो चिल्लाने लगी मैंने उसके होठो को कास
कर अपने होठो में दबा लिया और उसके बूब्स को मसलने लगा अब वो रिलेक्स फिल कर
रही थि अब्मैने फ़िर से अन्दर डालना शुरू किया व् एक घटके में अन्दर कर दिया
मुजहे तो जन्नत मिल गया थि वो अब भी दर्द से करा रही थि मैंने अपना लंड
अन्दार्बह्र करना शुरू किया कुछ देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी अब कमरा फच
फच की आवाज से गूंज रहा था वो अपने चुतद उठा -२ के मेरा साथ दे रही थि हम
दोनों एसी ओं होने के बावजूद पसीना पसीना होगये थे उसके मुह से
आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़
उह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्छ की अवजे मेरे अन्दर और जोश भर रही थि मेरी र्फ्तात तेज हो
गयी थि २०-२५ मिनट के बाद मै घड गया हम दोनों अब भी एक दुसरे से चिपके हुए थे
कुछ समय बाद हम दोनों बाथरूम, जाकर साथ नहाये व् फी वह सेक्स किया उसके बाद
वो अपने घर चली गई अब ये सिलसिला महीने में ३-४बर तो चलता है